स्वान केन्द्र द्वारा वीसी के माध्यम से योजना की समीक्षा
विकास भवन से सीधे खंड विकास कार्यालय के कार्यो की जानकारी प्राप्त करने हेतु विकासखंडों में स्थापित स्वान केन्द्रों को माध्यम बनाया गया है इसका प्रथम ट्रायल आज सफल रहा। अब विकासखंडों में विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से किये जा रहे विकास कार्यो की जानकारी खंड विकास अधिकारी वीसी के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी को देंगे। मुख्य विकास अधिकारी एसएस बिष्ट ने कहा कि स्वान केन्द्रों के उपयोग से खंड विकास अधिकारियों के साथ अन्य अधिकारियों/कर्मचारियों के समय की बचत के साथ शासकीय धनराशि की बचत भी होगी और तेजी के साथ कार्यो की प्रगति की समीक्षा भी हो सकेगी।
जनपद के स्वान केन्द्र के माध्यम से विकास भवन कक्ष में स्थापित वीसी केन्द्र के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी एसएस बिष्ट ने आज खंड विकास अधिकारियों, डीपीओ, एडीओ और स्वान केन्द्र के प्रभारियों के साथ इंदिरा आवास, मनरेगा आदि कार्यो की समीक्षा की। मुख्य विकास अधिकारी ने इंदिरा आवास एवं मनरेगा को मुख्य बिंदु में रखते हुए 31 मार्च तक कार्यो को पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को कार्यो में पारदर्शिता, गुणवत्ता के साथ समयबद्धता को विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आम आदमी की जरूरतों को पूरा करने वाली योजनाओं में किसी तरह की ढ़ीलाई क्षम्य नहीं होगी।
उन्होंने ग्राम विकास अधिकारियों को वर्ष 2017-18 एवं उससे पूर्व के कार्यो को प्रत्येक दशा में 31 मार्च तक पूरा करने के निर्देश वीसी के माध्यम से दिये। उन्होंने चेताया कि कार्यो में लापरवाही और धनराशि के दुरपयोग तथा समयावधि पर कार्य पूरे न करने वाले ग्राम विकास अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ संबंधित एजेंसी को काली सूची में डाल दिया जायेगा। ज्ञातव्य है कि विकासखंड पाटी, लोहाघाट एवं बाराकोट स्वान केन्द्र से जुड़ गये हैं और चम्पावत की वीसी तहसील में स्थापित स्वान केन्द्र के माध्यम से हुई।
सीनियर नेटवर्क इंजिनियर स्वान, देवेन्द्र ध्यानी ने बताया कि तहसीलों/विकासखंडों के स्वान केन्द्र से जुड़ने से विभागवार वीसी के माध्यम से योजना की समीक्षा हो सकती है। वीसी में परियोजना निदेशक एचजी भट्ट, जिला विकास अधिकारी आरसी तिवारी, एसएस सामन्त आदि उपस्थित थे।