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गुरुद्वारा रीठा साहिब

गुरुद्वारा रीठा साहिब नानकमत्ता से मोटरबाइक सड़क द्वारा 209 किलोमीटर दूरी पर स्थित है  । बरेली- टनकपुर खंड पर अंतिम रेलवे स्टेशन टनकपुर से यह 166 किलोमीटर दूर  है। यहां पर  गुरु नानक देव का नाथ योगी के साथ संवाद हुआ, जिसे उन्होंने सक्रिय मानवतावादी सेवा के मार्ग में लाने की कोशिश की और साथ में भगवान का नाम स्मरण करवाया ।यह कहानी जन्मसखियों  में नहीं दी गई है, लेकिन स्थानीय स्तर पर एक मजबूत विश्वास है कि गुरु नानकदेव ने मूलतः तीते फल रीठा को अपनी शक्तियों से मीठे में परिवर्तित किया , जिससे की भाई मरदाना अपना भोजन प्राप्त कर सकें |

एक रीठा (साबुन) का वृक्ष (मूल नहीं है) अभी भी यहां है और तीर्थयात्रियों को मिठाई में रीठे का रस का प्रसाद दिया जाता है । गुरुद्वारा  से लगभग दस किलोमीटर की दूरी पर, एक ऐसा बगीचा  है जहां ऐसे पेड़ उगते हैं और उनके फल एकत्र किए जाते हैं और उन्हें गुरुद्वारा के प्रसाद का भंडार भरने के लिए लाया जाता है। इसे नानक बागीच  कहा जाता है।

फोटो गैलरी

  • रीठा साहिब

कैसे पहुंचें:

बाय एयर

मीठा रीठा साहिब से निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है जो कि उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में 160 किमी दूर स्थित है। पंतनगर हवाई अड्डे से मीठा रीठा साहिब तक टैक्सी उपलब्ध हैं। पंतनगर एक सप्ताह में चार उड़ान दिल्ली के लिए उपलब्ध है |

ट्रेन द्वारा

मीठा रीठा साहिब चम्पावत से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। टनकपुर रेलवे स्टेशन से मीठा रीठा साहेब तक टैक्सी और बस आसानी से उपलब्ध हैं। टनकपुर लखनऊ, दिल्ली, आगरा और कोलकाता जैसे भारत के प्रमुख स्थलों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। ट्रेन टनकपुर रेलवे स्टेशन के लिए उपलब्ध होती है और रीठा साहिब टनकपुर के साथ मोटर वाहनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

सड़क के द्वारा

मीठा रीठा साहिब उत्तराखंड राज्य और उत्तरी भारत के प्रमुख स्थलों के साथ मोटर वाहनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आईएसबीटी आनंद विहार की बसें टनकपुर, लोहाघाट और कई अन्य गंतव्यों के लिए उपलब्ध हैं, जहां से आप आसानी से स्थानीय कैब या बस तक पहुंच सकते हैं